केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में जिस तरह के प्रयास हो रहे हैं और जिस तरह से मैदानों का कायाकल्प किया जा रहा है। उसे देखते हुए खिलाड़ियों की ढांचागत सुविधाएं न मिलने की शिकायतें तो दूर हो ही रही हैं। जिस तरीके से मैदानों का आधुनिकरण हो रहा है। जिस तरीके से मैदानों को सजाया जा रहा है। उसे देखते हुए विश्वास होने लगा है कि जल्द जम्मू-कश्मीर की पहचान खेल मैदानों से होने लगेगी।

केंद्र शासित प्रदेश सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत कुल 1080 में से 347 प्रतिष्ठित खेल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा किया है। पंचायत स्तर से राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि जम्मू-कश्मीर के विभिन्न खेलों के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर जम्मू-कश्मीर का गौरव बढ़ा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर ने 2020-21 में विभिन्न खेलों में 72 स्वर्ण, 90 रजत, 145 कांस्य पदक जीत कर एक रिकार्ड बनाया है। इससे साफ है कि नई खेल नीति और ढांचागत सुविधाओं के मिलने और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के परिणाम दिखने लगे हैं।

हाल ही में, जम्मू-कश्मीर के खिलाडि़यों ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके केंद्र शासित प्रदेश का सम्मान बढ़ाया है।अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर ने 2020-21 में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में 14 खेलों में 72 स्वर्ण, 90 रजत और 145 कांस्य पदक जीते। केंद्र शासित प्रदेश की इस खेल क्षमता को स्वीकार करते हुए, प्रधान मंत्री ने खेल के बुनियादी ढांचे के विकास और क्षेत्र में नवोदित प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधान मंत्री विकास पैकेज के तहत 200 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। पैकेज, जिसका उद्देश्य खेल के बुनियादी ढांचे, प्रशिक्षण सुविधाओं को बढ़ावा देना और पेशेवर कोच प्रदान करना था, ने जम्मू-कश्मीर के खेल क्षेत्र में क्रांति ला दी है।जम्मू के एमए स्टेडियम में फेंसिंग अकैडमी बनने से फेंसिंग के खिलाड़ियों को खेलों इंडिया योजना का बहुत बड़ा लाभ मिलने वाला है।

बदलने लगा एम ए स्टेडियम का रूप

वर्षों पुराने एमए स्टेडियम का रूप पूरी तरह से बदलने लगा है। मुख्य गेट से लेकर बाहरी दीवारों तक को नया रंग रूप दिया जा रहा है। स्टेडियम की दीवारों पर विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों के दीवारों पर कलाकृतियां उकेरी जा रही हैं। जिन्हें बाहर से देखने पर ही खेलों का एक माहौल बनता दिखता है। वहीं मिन्नी स्टेडियम परेड में बन रहे फुटबाल एस्ट्रो टर्फ का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसके साथ ही पुराने जम्मू शहर में फिर से फुटबाल के पुराने दिन लौटेंगे। इसी तरह कश्मीर में भी मैदानों का तेजी से रंग रूप बदला जा रहा है।इससे खिलाड़ी काफी उत्साहित हैं।