नई दिल्ली, एजुकेशन डेस्क। देश में छात्र-छात्राओं की कक्षा में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ उनकी सीखने की क्षमता में गिरावट आ रही है। 

तीसरी कक्षा में छात्रों की सीखने की क्षमता दसवीं कक्षा तक आते-आते काफी कम हो जाती है। यह बात सामने आई है केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए राष्ट्रीय उपलब्ध सर्वेक्षण (एनएएस) 2021 में।

मंत्रालय द्वारा बुधवार, 25 मई 2022 की शाम को जारी किया गया, जो कि देश भर के 720 जिलों के ग्रामीण एवं नगरीय इलाकों में स्थित 1.18 लाख विद्यालयों के करीब 34 लाख छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।

एनसीईआरटी द्वारा 22 भाषाओं में तैयार प्रश्नों पर आधारित और सीबीएसई द्वारा एक ही दिन 12 नवंबर 2021 को और एक ही समय पर किए गए सर्वेक्षण एनएएस 2021 में तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षाओं में राष्ट्रीय स्तर पर 500 के स्केल पर मूल्यांकन किया गया। सर्वेक्षण के मुताबिक, के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर तीसरी कक्षा में गणित में छात्रों का स्कोर 306 था, जो कि कक्षा 5 में घटकर 284, कक्षा 8 में घटकर 255 और कक्षा 10 में घटकर 220 रह गयी। इसी प्रकार, भाषा में कक्षा 3 का प्रदर्शन 323 था, जो कि कक्षा 10 में 260 रह गया। 

राजधानी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 3 और कक्षा 5 के छात्रों का प्रदर्शन बेहतर है लेकिन यह भी राष्ट्रीय औसत से काफी कम है।

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2021 में 38 फीसदी छात्रों ने माना कि महामारी के दौरान पढ़ाई करना काफी मुश्किल था। सर्वेक्षण में भाग लिए 34 लाख छात्र-छात्राओं में से 24 फीसदी का मानना था कि उनके पास महामारी के दौरान कोई डिजिटल साधन नहीं थे, जिससे वे अपनी पढ़ाई जारी रख पाते। इनमें से 80 प्रतिशत छात्रों ने माना कि वे ऑफलाइन कक्षाओं के दौरान वे बेहतर सझम विकसित कर पाते हैं और इसमें उनके अपने सहपाठियों की भी मदद होती है।

भारतीय शिक्षा व्यवस्था की वर्तमान स्थिति बताता है एनएएस 2021

एनएएस 2021 को जारी किए जाने को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने संदेश में कहा कि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण देश में शिक्षा व्यवस्था की राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर वर्तमान स्थिति का आंकलन करता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सर्वेक्षण से उजागर हुए तथ्य छात्रों में शिक्षण और सीखने को लेकर उनकी उपलब्धियों को दर्शाते हैं।